मध्यप्रदेश खेत तारबंदी योजना: किसानों की फसल सुरक्षा के लिए सरकार की बड़ी पहल

परिचय

किसानों की मेहनत तब रंग लाती है जब फसल सुरक्षित रहती है। लेकिन खेतों में जानवरों द्वारा फसलों को नुकसान पहुँचाना आज भी एक गंभीर समस्या बनी हुई है। इसी को ध्यान में रखते हुए मध्यप्रदेश सरकार ने किसानों के खेतों की सुरक्षा के लिए मध्यप्रदेश खेत तारबंदी योजना शुरू की है। इस योजना के तहत सरकार किसानों को वित्तीय सहायता देकर उनके खेतों के चारों ओर तारबंदी करने में मदद करती है।
इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे:

  • क्या है खेत तारबंदी योजना?
  • योजना की पात्रता, लाभ और आवेदन प्रक्रिया क्या है?
  • किन दस्तावेज़ों की आवश्यकता होती है?

mp khet ki tarbandi yojna

क्या है खेत तारबंदी योजना?

खेत की तारबंदी योजना मध्यप्रदेश शासन की एक किसान हितैषी योजना है जिसका उद्देश्य किसानों की फसल को आवारा पशुओं से बचाना है। इस योजना के अंतर्गत सरकार खेत की चारदीवारी के लिए आंशिक अनुदान (सब्सिडी) प्रदान करती है।


योजना के मुख्य उद्देश्य

  • फसल को नीलगाय, सूअर, बंदर, गाय-बैल जैसे जानवरों से सुरक्षा प्रदान करना।
  • किसानों की मेहनत और लागत की रक्षा करना।
  • किसानों को आत्मनिर्भर बनाना और कृषि में नुकसान को कम करना।

खेत तारबंदी योजना के लाभ

  • सरकार द्वारा तारबंदी लागत पर 50% तक की सब्सिडी
  • अधिकतम सब्सिडी की सीमा ₹40,000 (कभी-कभी क्षेत्र अनुसार अलग हो सकती है)।
  • खेत की सुरक्षा से फसल की उपज में बढ़ोतरी।
  • आवारा पशुओं के कारण होने वाले नुकसान से मुक्ति।

योजना के लिए पात्रता (Eligibility Criteria)

  • लाभार्थी मध्यप्रदेश राज्य का स्थायी निवासी होना चाहिए।
  • किसान के पास स्वयं की कृषि भूमि होनी चाहिए (भू-स्वामी)।
  • वह किसान पहले इस योजना का लाभ न ले चुका हो।
  • ज़मीन पर कोई बकाया ऋण या विवाद न हो।

आवश्यक दस्तावेज़ (Required Documents)

  1. आधार कार्ड की प्रति
  2. भू-अधिकार पत्र (भूमि का खसरा/बी-1 नकल)
  3. बैंक पासबुक की प्रति
  4. मोबाइल नंबर
  5. जाति प्रमाण पत्र (यदि SC/ST के तहत सब्सिडी है)
  6. पासपोर्ट साइज फोटो

आवेदन की प्रक्रिया (Application Process)

ऑनलाइन प्रक्रिया:

  1. mpfsts.mp.gov.in वेबसाइट पर जाएँ।
  2. किसान पंजीकरण करें (यदि पहले से नहीं किया हो)।
  3. “खेत की तारबंदी योजना” चुनें।
  4. आवेदन पत्र भरें और दस्तावेज़ अपलोड करें।
  5. सबमिट करने के बाद आवेदन की रसीद लें और उसका नंबर सुरक्षित रखें।
  6. आवेदन की स्थिति वेबसाइट से ट्रैक कर सकते हैं।

ऑफलाइन प्रक्रिया (कुछ जिलों में उपलब्ध):

  • ग्राम पंचायत/कृषि विभाग के कार्यालय में जाकर फॉर्म प्राप्त करें।
  • आवश्यक दस्तावेज़ संलग्न करके जमा करें।
  • उद्यान विस्तार अधिकारी(RHEO) द्वारा निरीक्षण के बाद स्वीकृति मिलती है।

योजना की स्वीकृति और राशि वितरण

  • आवेदन के पश्चात उद्यान विस्तार अधिकारी आपकी भूमि का निरीक्षण करते हैं।
  • रिपोर्ट के आधार पर योजना स्वीकृत की जाती है।
  • तारबंदी का कार्य पूर्ण होने के बाद सत्यापन किया जाता है।
  • अनुदान राशि सीधे DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से किसान के खाते में भेजी जाती है।

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महत्वपूर्ण बातें

  • तारबंदी करने में प्रयुक्त सामग्री BIS (भारतीय मानक ब्यूरो) प्रमाणित होनी चाहिए।
  • कार्य नियमानुसार तय समय में पूर्ण होना चाहिए (आमतौर पर 3–6 महीने के भीतर)।
  • बिना स्वीकृति के शुरू किया गया कार्य योजना में मान्य नहीं होगा।

निष्कर्ष

मध्यप्रदेश की खेत की तारबंदी योजना किसानों के लिए एक वरदान साबित हो रही है। इससे न केवल फसल की सुरक्षा होती है, बल्कि मानसिक और आर्थिक राहत भी मिलती है। यदि आप भी एक किसान हैं और अपनी फसल को सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो इस योजना का लाभ अवश्य उठाएँ।

FAQ

1. मध्य प्रदेश खेत तारबंदी योजना क्या है?
यह योजना मध्य प्रदेश सरकार द्वारा किसानों की फसलों को पशुओं और जंगली जानवरों से बचाने के लिए शुरू की गई है, जिसमें खेत की सुरक्षा हेतु तारबंदी (फेंसिंग) के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है।

2. इस योजना का उद्देश्य क्या है?

  • फसलों को पशु व जंगली जानवरों से होने वाले नुकसान से बचाना
  • किसानों की उत्पादन क्षमता बढ़ाना
  • कृषि में होने वाले नुकसान को कम करना

3. योजना का लाभ कौन ले सकता है?
मध्य प्रदेश का कोई भी पंजीकृत किसान, जिसके पास अपनी कृषि भूमि हो, इस योजना का लाभ ले सकता है।

4. खेत तारबंदी योजना के तहत कितनी सब्सिडी मिलती है?
राज्य सरकार इस योजना में प्रति मीटर या प्रति हेक्टेयर के हिसाब से सब्सिडी प्रदान करती है, जो आमतौर पर कुल लागत का एक निश्चित प्रतिशत होती है (जैसे 50% तक)।

5. योजना में आवेदन कैसे करें?

  • किसान कृषि विभाग, मध्य प्रदेश की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
  • आवेदन के बाद संबंधित कृषि अधिकारी द्वारा स्थल निरीक्षण किया जाता है।

6. किन दस्तावेजों की आवश्यकता होती है?

  • आधार कार्ड
  • भूमि के दस्तावेज (खसरा-खतौनी)
  • बैंक पासबुक
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • मोबाइल नंबर

7. सब्सिडी का भुगतान कैसे किया जाता है?
तारबंदी का कार्य पूरा होने और सत्यापन के बाद सब्सिडी की राशि सीधे किसान के बैंक खाते में जमा कर दी जाती है।

8. क्या पट्टे पर ली गई भूमि पर भी लाभ मिलेगा?
नहीं, यह योजना केवल मालिकाना हक वाली भूमि पर लागू होती है।

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