PM-KUSUM योजना:
भारत सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने और कृषि को ऊर्जा-स्वतंत्र बनाने के लिए प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान PM कुसुम योजना मार्च 2019 में शुरू की गई थी । यह योजना नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के साथ-साथ किसानों को डीजल व बिजली की लागत से मुक्ति दिलाने का एक सशक्त माध्यम है। आइए, विस्तार से जानते हैं इस योजना के बारे में।

PM-KUSUM योजना क्या है ?
PM-KUSUM (Pradhan Mantri Kisan Urja Suraksha evam Utthaan Mahabhiyan) को 2019 में केंद्र सरकार द्वारा लॉन्च किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य है:
- किसानों को सोलर पंप और ग्रिड-कनेक्टेड सोलर पावर प्लांट प्रदान करना।
- कृषि में डीजल व बिजली पर निर्भरता कम करना।
- किसानों को अतिरिक्त आय के स्रोत उपलब्ध कराना।
योजना के तीन मुख्य घटक
A: सोलर पंप लगाना (ऑफ-ग्रिड क्षेत्रों में)
इसमें स्टैंडअलोन सोलर पंप (3 HP तक और 10 HP तक) किसानों को दिए जाते हैं। सरकार 60% अनुदान देती है, 30% लोन उपलब्ध कराया जाता है, और किसान को केवल 10% राशि देनी होती है। लाभ: डीजल/बिजली की बचत, सिंचाई की सुविधा।
B: ग्रिड-कनेक्टेड सोलर पंप (1 HP से 7.5 HP तक)
इसमें किसानों के पुराने डीजल/बिजली पंप को सोलर पंप में बदला जाता है। सरकार की तरफ से 50% अनुदान और 30% लोन दिया जाता है, किसान को 20% खर्च करना होता है। लाभ: बिजली बिल में कमी, पर्यावरण संरक्षण।
C: किसानों द्वारा सोलर पावर प्लांट लगाना
किसान अपने खेत के खाली हिस्से में 500 KW से 2 MW तक के सोलर पावर प्लांट लगा सकते हैं। उत्पादित बिजली को DISCOM (बिजली वितरण कंपनियों) को बेचकर कमाई कर सकते हैं। सरकार 60% अनुदान देती है, 30% लोन मिलता है, और किसान को 10% लगाना होता है।
PM-KUSUM योजना के लाभ –
- किसानों की आय में वृद्धि – सोलर पैनल से अतिरिक्त कमाई।
- बिजली/डीजल की बचत – सिंचाई लागत कम होगी।
- हरित ऊर्जा को बढ़ावा – कोयले पर निर्भरता घटेगी।
- रोजगार के अवसर – सोलर पैनल निर्माण व रखरखाव में रोजगार।
आवेदन प्रक्रिया
ऑफिसियल वेबसाइट – https://pmkusum.mnre.gov.in/ पर जाएँ।
फॉर्म भरें – अपने राज्य के अनुसार आवेदन करें। जरूरी दस्तावेज – जमीन के कागजात, आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण।
अनुमोदन – सरकारी विभाग द्वारा सत्यापन के बाद लाभ मिलता है।
समस्याएँ और समाधान-
जागरूकता की कमी – कई किसानों को योजना की जानकारी नहीं है।
लोन प्रक्रिया में देरी – बैंकों द्वारा ऋण प्रक्रिया धीमी हो सकती है।
रखरखाव की चुनौती – सोलर पैनल की सफाई व मरम्मत का प्रशिक्षण जरूरी है।
निष्कर्ष: किसानों के लिए स्वर्णिम अवसर PM-KUSUM योजना न केवल किसानों को ऊर्जा-स्वतंत्र बना रही है, बल्कि देश को भी स्वच्छ ऊर्जा की ओर ले जा रही है। अगर इस योजना का सही तरीके से क्रियान्वयन हो, तो भारत का हर किसान “हरित ऊर्जा का उत्पादक” बन सकता है।
FAQ:-
1. प्रधानमंत्री कुसुम योजना क्या है ?
प्रधानमंत्री कुसुम योजना (PM-KUSUM) केंद्र सरकार की एक योजना है, जिसके तहत किसानों को सौर ऊर्जा आधारित पंप, सोलर पैनल और ग्रिड से जुड़े पंप सेट लगाने के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है, ताकि बिजली की बचत हो और सिंचाई में आसानी हो।
2. प्रधानमंत्री कुसुम योजना का उद्देश्य क्या है ?
- किसानों को सौर ऊर्जा से सिंचाई करने की सुविधा देना
- डीज़ल और बिजली पर निर्भरता कम करना
- किसानों की आय बढ़ाना और पर्यावरण संरक्षण करना
3. इस योजना का लाभ कौन ले सकता है ?
भारत के कोई भी किसान, किसान समूह, सहकारी समिति, पंचायत, किसान उत्पादक संगठन (FPO) इस योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं।
4. प्रधानमंत्री कुसुम योजना के अंतर्गत क्या-क्या मिलता है ?
- सोलर पंप सेट (ऑफ-ग्रिड और ऑन-ग्रिड दोनों प्रकार)
- खेत में सिंचाई के लिए सोलर पैनल लगवाना
- अतिरिक्त बिजली बेचकर अतिरिक्त आय अर्जित करने की सुविधा
5. प्रधानमंत्री कुसुम योजना में सब्सिडी कितनी मिलती है ?
इस योजना में किसानों को 60% तक सब्सिडी केंद्र और राज्य सरकार द्वारा दी जाती है, 30% बैंक लोन और 10% राशि किसान को स्वयं देनी होती है।
6. इस योजना में आवेदन कैसे करें ?
किसान राज्य की आधिकारिक कृषि या नवीकरणीय ऊर्जा विभाग की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
7. योजना के तहत कितनी क्षमता का सोलर पंप मिलता है ?
योजना के तहत 2 HP से लेकर 10 HP क्षमता के सोलर पंप दिए जाते हैं, जो खेत की जरूरत के हिसाब से होते हैं।
8. योजना का लाभ पाने के लिए किन दस्तावेजों की आवश्यकता है ?
- आधार कार्ड
- भूमि के कागजात
- बैंक पासबुक
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर